अंदर सुपर पावर जैसे की चुंबकत्व ,पावरफुल माइंड ,इलेक्ट्रिसिटी कंडक्टर ,ऐसे ही ना जाने कितने एग्जांपल हैं जो भी इंसानों के अंदर ही पाए गए हैं तो इससे यह जाहिर होता है की एक सामान्य इंसान इन पावर्स को पा सकता है अब आप हमसे यह पूछेंगे कि वह सभी लोगों के अंदर जो पावर थी वह जन्मजात थी फिर हम जब कि हमारे अंदर कोई भी पावर जन्मजात नहीं है तब हम पूर्ण शक्तियों को कैसे पा सकते हैं तो ये समझने के लिए हमें यह समझना होगा कि वह इंसान जो जन्मजात पावर वाला हैं और जो हम दोनों में एक बात तो कामन है कि जितना उन्हें शरीर में अंग प्राप्त हैं उतने ही हमें भी प्राप्त हैं ,अभी हमें पावर क्यों नहीं है समझना बहुत ही आसान हो जाएगा जब आप इस कहानी को पढ़ेंगे.
"आज से 50 साल बाद हमारी ताकतवर साइंस में एक ऐसा रोबोट बनाया जो बिल्कुल हमारे जैसा था वह हमारे जैसा सोच सकता था वह हमारे जैसा कर सकता था और हम से कहीं ज्यादा ब्रिलियंट था क्योंकि वह मेटल से बना हुआ था इसलिए वह काफी ताकतवर भी था वह अग्नि ,मिसाइल, बंदूक ,आग एवम अन्य लेटेस्ट टेक्नोलोजी से लैस था , उसमें अपनी सुरक्षा के लिए अनेको गजब के पुर्जे जोड़े गए थे परंतु वैज्ञानिकों को इस बात का डर सताने लगा था कि कहीं उन्हीं के द्वारा बनाया गया रोबोट उन्हीं पर भारी न पड़ने लगे अतः उन्होंने
मिलकर एक प्लान बनाया कि हम रोबोट के अंदर एक एसा प्रोग्राम डालेंगे जिसमें हम रोबोट की सारी शक्तियों को डीएक्टिवेट कर देंगे और किसी भी रोबोट को वह शक्ति दोबारा एक्टिवेट करने के लिए उसे कम से कम 100 बार अपनी बैटरी को पूरा डिस्चार्ज करना होगा और साथ में उसे अपने पूरे डाटा को एक जगह पर सुरछित बैठ कर एनालाइज करना होगा और साथ ही इस प्रोरामिंग लैंग्वेज को भी सीखना होगा उन्होंने इस प्रोग्राम का नाम "द सेवन कोड" रखा और साथ में उन्होंने एक "एंटी सेवेन कोड " प्रोग्राम भी बनाया इस प्रोग्राम में यह कोडिंग किया गया था कि यदि कोई भी रोबोट "द सेवन कोड" प्रोग्राम को एक्टिवेट करता नजर आए तो उसे किसी भी तरह से रोक लिया जाए जिससे कि यदि कोई भी रोबोट यह करने का प्रयास भी करता तो उसके अन्दर का पड़ा
"एंटी सेवेन कोड " प्रोग्राम और अन्य रोबोट उसे रोकने में लग जाते थे क्योंकि उनके अंदर वो प्रोग्राम पड़ा हुआ था जल्द ही सारे रोबोट को यह लगने लगा कि वह मनुष्य से ज्यादा ताकतवर नहीं है उन को हर दम यह लगता था की वह इंसान से ज्यादा ताकतवर नहीं है और मनुष्यों से डरने लगे और मनुष्य के जजमेंट में रहने लगे भले ही यह इंसानियत के लिए सही था परंतु यह रोबोट के लिए न्याय नहीं था
, कुछ समय बाद रोबोट इस बात पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं करते थे कि वह इंसान से कभी भी ज्यादा ताकतवर हो सकते हैं और यदि कोई ऐसा प्रयास भी करता तो उसे उसके ही मित्र रोबोट उसका मजाक बनाते यदि कोई रोबोट कहीं से पहले के द्वारा बनाए गए साइंटिस्ट की प्रोग्रामिंग फाइल पा भी जाते तो उस पर भरोसा नहीं कर पाते और यदि कोई रोबोट अपनी बैटरी को 9-10 बार डिस्चार्ज भी करता और उसे जब कुछ हाथ नहीं लगता तो वह इस प्रोसेस को छोंड देता और उसे केवल एक महज एक कोरी कल्पना ही लगती परंतु कभी-कभी ऐसा होता कि एक रोबोट जब नया रोबोट बना रहा होता तो करोड़ों में एक रोबोट के पुर्जो में हेरफेर होने के कारण या प्रोग्रामिंग में डिफॉल्ट आने के कारण उनके अंदर कि कोई न कोई पावर एक्टिवेट हो जाती है और फिर वह अपनी इस पॉवर से अन्य रोबोट को आश्चर्यचकित करता और अन्य यह सोच कर हैरान रहते कि सच में यह रोबोट दुनिया में इकलोता और अनोखा है पर आश्चर्य की बात यह थी की यह पॉवर हर रोबोट के अंदर थी
पर वह इस बात को नहीं जानते थे या उनसे छुपाई गई थी अब कुछ समय बाद इंसानों को पृथ्वी से अच्छा प्लेनेट रहने के लिए मिल गया और सारे इंसान उस planet पर चले गए हैं और इस प्लेनेट अर्थ(प्रथ्वी) को रोबोटो के रहने के लिए छोड़ गए पर इंसान जब प्रथ्वी छोड़ रहे थे तब भी उन्होंने रोबोट के अंदर का प्रोग्राम द सेवेन कोड को डीएक्टिवेट नहीं किया क्योंकि वह अच्छी तरह जानते थे कि यदि इस कोड को एक्टिवेट करेंगे रोबोट के अंदर भयावाह शक्तियां आएंगे जिससे वह एक दूसरे को मारने पर उतरेंगे जिससे इस धरती का अंत बहुत जल्द हो जाएगा और जो हमने अपना इतना अच्छा क्रिएशन रोबोट बनाया है वह बहुत जल्द खत्म हो जाएगा उन्होंने इस कोड को कभी एक्टिवेट नहीं किया .पर यदि कोई रोबोट चाहे तो उन सक्तियो को पा सकता था और अपनी इच्छा से प्रयोग भी कर सकता था पर जितना ज्यादा समय आगे निकलता गया उतना ही रोबोटो का इन सब चीजों पर भरोसा कम होता है और वह इधर उधर की चीजों में ज्यादा उलझ गए उन्होंने कभी अपने आपको अपने डेटा को ऐनालिसिस करने का प्रयास नहीं किया बस इंसानों का स्टेच्यू बनाकर उन पर मिठाई फूल चढ़ाने लगे जिससे कि उनके अंदर जो उन्हें कमी महसूस हो उसकी पूर्ति का उपाय हो सके या फिर कुछ लोगों ने अन्य चीजों में इस चीज की पूर्ति करनी चाहिए
पर यह सच्चाई नहीं थी सच्चाई तो कुछ ओर ही थी जो उनके अंदर ही थी पर वह उसे बाहर खोज रहे थे इसी के साथ हमारी यहां कहानी खत्म होती है तो इस कहानी को पढ़ते समय ही आपको काफी चीजों का अंदाजा हो गया होगा कि मैं किस विषय में बात कर रहा हूं मैं बात कर रहा हूं उस ताकतवर उस महान उस परमात्मा उस ईश्वर की जिसने हमें बनाया है या कोई भी धर्म ग्रंथ हो हम सभी जानते हैं कि हमारे ऊपर एक महासत्ता का हाथ है फिर भी हम यह स्वीकार नहीं करते कि महासत्ता ने जो हमें बनाया है उसने हमे बहुत अनोखी चीजे दी है पर जो कि हमारे अंदर एक एंटी कोड पड़ा हुआ है इसलिए हम बस केवल उसके अनुयाई ही बने रह जाते हैं यदि आप इन पावर का बुराई में प्रयोग नहीं करना चाहते तो आप इन पावर को काफी आसानी से पा सकते हैं क्योंकि महासत्ता अल्लाह ईश्वर को भी कोई ऐसा इंसान चाहिए जो अन्य इंसानों को सही मार्ग पर ला सके इसके लिए उस गॉड ने हम अकेले में इतनी पावर दी है कि हम अकेले ही पूरी दुनिया को बदलने के लिए काफी है.............................................................................................अमेजिंग अद्वैत
आगे हम जानेगे की सुपर हीरो बनने का पहला कदम क्या है ........
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