सोमवार, 31 अक्टूबर 2016

UPSSSC Jobs (2017) – 613 Scientific Assistant , Librarian & Various Vacancies

Uttar Pradesh Subordinate Service Selection Commission – UPSSSC Recruitment 2017 – 613 Scientific Assistant , Librarian & Various Vacancies – Last Date 15 November 2016


UPSSSC Recruitment 2017 – 2016

Uttar Pradesh Subordinate Service Selection Commission (UPSSSC) Lucknow invites application for the post of 613 Scientific Assistant , Librarian & Various Vacancies. Apply Online before 15 November 2016.

Advt No. : 22/2016
Job Details :
  • Post Name : Scientific Assistant
  • No. of Vacancy : 84 Posts
  • Pay Scale : Rs.9300-34800/- 
  • Grade Pay : Rs.4200/-

  • Post Name : Librarian
  • No. of Vacancy : 74 Posts
  • Pay Scale : Rs.5200-20200/- 
  • Grade Pay : Rs.2800/-
Eligibility Criteria for UPSSSC Recruitment :
  • Educational Qualification :
  • For Scientific Assistant : Candidate should Have Graduate in relevant Discipline or BE/B.tech in Relevant Discipline.
  • For Librarian : Passed Intermediate or equivalent qualification from recognized board  with certificate in Librarian.
  • Nationality : Indian
  • Age Limit : 18 to 40 years (As on 01.07.2016)
Job Location : Uttar Pradesh
Selection Process : Selection will be based on Written Test & Interview.

Application Fee : 
  • For Unreserved (General) & OBC Category : Rs.225/-
  • For SC/ST Category : Rs.105/-
  • For PWD Category : Rs.25/-
Candidates submitted fee through SBI -E-collect Only.
How to Apply UPSSSC Vacancy : Interested Candidates may apply Online through UPSSSC website http://upsssc.gov.in from 26.10.2016 to 15.11.2016 (Part-I) and up to 19.11.2016 for Part-II.
Important Dates to Remember :
  • Starting Date For Submission Of Online Application : 26.10.2016
  • Last Date For Registration Of Online Application (Part-I) : 15.11.2016
  • Last Date For Submission Of Online Application (Part-II) : 19.11.2016
  • Closing Date for receipt of Application Fee : 17.11.2016
Important Links :

अपनी जान बचाने के लिए धर्मराज युधिष्ठिर ने भी बोल डाले 15 असत्य ... lie

महाभारत ग्रंथ के अनुसार युधिष्ठिर को ‘धर्मराज’ बताया गया है। धर्मराज वो है जो धर्म के मार्ग पर चलता है। जो हमेशा सही का साथ दे, जो हमेशा सत्य का साथ दे, सत्य का पालन करे और सत्य ही बोले।लेकिन क्या आपको पता है कि स्वयं धर्मराज युधिष्ठिर ने भी महाभारत काल में असत्य बोला था? शायद आप उनके द्वारा बोले गए एक असत्य
के बारे में जानते भी हों। लेकिन सच्चाई यह है कि उन्होंने एक नहीं, बल्कि कुल 15 असत्य बोले थे।
 कहते हैं कि गुरु द्रोण का का वध करने के लिए श्रीकृष्ण के कहने पर धर्मराज युधिष्ठिर ने एक असत्य बोला था। उन्होंने गुरु द्रोण से यह असत्य कहा था कि अश्वत्थामा मारा गया, जबकि अश्वत्थामा नाम का एक हाथी युद्ध में मारा गया था।

यह धर्मराज युधिष्ठिर द्वारा बोला गया एक ऐसा असत्य है, जिसके बारे में कई लोग जानते हैं। इस असत्य को आधा सच, आधा झूठ भी कहा जाता है। लेकिन इसके अलावा भी उन्होंने 14 और असत्य बोले थे।

 महाभारत का अज्ञातवास अध्याय काफी प्रसिद्ध है। यह वह समय था जब सभी पाण्डवों को अपना राजपाट छोड़ एक वर्ष के लिए जाना पड़ा। उनके साथ द्रौपदी भी थीं।इस अज्ञातवास के दौरान वे लोग राजा विराट के यहां निवास करने पहुंचे। जब राजा विराट ने उनका परिचय बताने को कहा, तो अपनी पहचान छुपाने के लिए उस समय धर्मराज युधिष्ठिर ने कुल 7 असत्य बोले थे। अपना परिचय देते हुए युधिष्ठिर ने कहा, “मेरा नाम कनक है, मैं एक ब्राह्मण हूं। मैं वैयघरा नाम के ब्राह्मण परिवार से सम्बधित हूं। मैं धर्मराज युधिष्ठिर का मित्र हूं। मैं पाशे खेलने में बहुत कुशल हूं। मैं सुदूर एक नगर (काल्पनिक नाम) से आया हूं।“उन्होंने राजा विराट को अपने परिवार के बारे में भी असत्य जानकारी प्रदान की। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने भाईयों का परिचय देते हुए भी असत्य ही कहा।उन्होंने सभी के असत्य नाम बताए। इस तरह धर्मराज युधिष्ठिर ने 5 असत्य और बोले। नाम बताने के बाद उन्होंने कहा, कि इन लोगों से मेरा कोई नजदीकी रिश्ता नहीं है, और ये केवल मेरे परिचित है। इस प्रकार धर्मराज ने 2 असत्य और बोल दिए।अंतिम असत्य बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें कई राजाओं के दरबार में काम करने का अनुभव है। महाभारत ग्रंथ में यह सारा वार्तालाप दर्ज है। राजा विराट ने उनसे क्या-क्या प्रश्न किए और स्वयं तथा अपने परिवार को बचाने के लिए उन्होंने आगे से कितने असत्य बोले, इसका उल्लेख मिलता है।  - स्लाइड शो द्वारा Gulneet Kaur



पहली नजर में नहीं, चौथी नजर में होता है प्यार ! जाने क्यों ? Love at first sight Is not Truth !

आपने कई बार फिल्मों में या लोगों से कहते सुना होगा कि “पहली नजर का प्यार सच्चा होता है”। आपके कई फ्रेंड्स अपने पहली नजर वाले प्यार के बारे में अनुभव भी शेयर करते होंगे। लेकिन क्या वाकई पहली बार किसी को देखकर प्यार हो जाता है? पहली बार या एक ही बार किसी को देखकर प्यार हो जाना क्या सच्चाई है या काल्पनिक?
हाल ही में हुआ एक शोध तो यह कहता है कि पहली बार में प्यार होना नामुमकिन है। एक ही नजर में देखकर किसी से प्यार नहीं होता, बल्कि


उसी इंसान को जब हम चौथी बार देखते हैं तो हमें उससे प्यार हो जाता है।
यह शोध अमरीका के एक कॉलेज में हुआ है, जहां के शोधकर्ताओं का यह कहना है कि भले ही पहली बार में किसी को देखकर हम जरूरत से ज्यादा उसकी ओर खिंचे चले जाते हैं। लेकिन फिर भी यह पहली नजर का प्यार नहीं, बल्कि मात्र एक आकर्षण ही है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि पहली ही नजर में आप उस व्यक्ति की ओर आकर्षित तो होते हैं, लेकिन आपका दिल प्यार जैसे एहसास तक पहुंच नहीं पाता है।
जब तक आप उन्हें चौथी बार मिलते हैं और तब भी आपकी वही फीलिंग होगी तो आप उनके साथ प्यार में पड़ जाएंगे।

लेकिन दूसरी ओर अगर चौथी बार मिलने तक आपकी फीलिंग कुछ कम हो जाती है या बदल जाती है, तो प्यार होना मुमकिन नहीं है। फिर आप आकर्षण के उस चरण से भी बाहर आ जाएंगे।
तो इसका मतलब यह हुआ कि अगर आपको अपने पहली बार वाले प्यार से वाकई प्यार करना है तो उनसे 3 बार और मिलना होगा ! -   
>>जानिए दिवाली से जुड़ी कुछ रोचक बातें..
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Hindi General Knowledge Objective Quiz

1. जैववर्गिकी की मूल यूनिट क्या है ? [SSC CHSL 2015]
A ) फ्लोरोटाइप
B ) जीनोटाइप
C ) फेनोटाइप
D ) इकोटाइप


उत्तर : इकोटाइप

2. भारत के वह कौन से एकमात्र दूसरे उप-राष्ट्रपति हैं जिन्होंने एस. राधाकृष्णन के बाद दूसरी अनुक्रमिक अवधि में पद प्राप्त किया ? [SSC CHSL 2015]
A ) डा. शंकर दयाल शर्मा
B ) एम एच. अंसारी
C ) के. आर. नारायणन
D ) बी. एस. शेखावत
उत्तर : के. आर. नारायणन

3. GIGO शब्द किससे सम्बद्ध है ? [SSC CHSL 2015]
A ) फ्लेक्सिबिलिटी
B ) एक्यूरेसी
C ) आटोमेटिक
D ) वर्सटिलिटी
उत्तर : एक्यूरेसी

4. एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक रोगों को संचारित करने वाले जीव को क्या कहते हैं ? [SSC CHSL 2015]
A ) हाइब्रिड
B ) क्लोन
C ) फ्रेगमेंट
D ) वेक्टर
उत्तर : वेक्टर

5. किस भारतीय शासक ने कलिंग युद्ध लड़ा ? [SSC CHSL 2015]
A ) अशोक
B ) चन्द्रगुप्त मौर्य
C ) शिवाजी
D ) समुद्रगुप्त
उत्तर : अशोक

6. रक्त प्लेटलेट (बिम्बाणु ) के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से क्या सही है ? [SSC CHSL 2015]
A ) उनमें प्रमुख अभिकेन्द्रक होते हैं।
B ) उन्हें थ्रोम्बोसाइट भी कहते हैं।
C ) उनमें हीमोग्लोबिन नामक पिग्मेंट होता है।
D ) ये फेगोसाइटोसिस में निहित रहते हैं।
उत्तर : उन्हें थ्रोम्बोसाइट भी कहते हैं।

7. निम्नलिखित में से कौन पेशावर सदन का संस्थापक था ? [SSC CHSL 2015]
A ) बालाजी विश्वनाथ
B ) परशुराम त्रियंसुक
C ) बालाजी बाजी राव
D ) रामचन्द्र पंत
उत्तर : बालाजी बाजी राव

8. भारतीय राष्ट्रिय सेना का संस्थापक कौन था ? [SSC CHSL 2015]
A ) गांधी जी
B ) बालगंगाधर तिलक
C ) सुभाष चन्द्र बोस
D ) नेहरू
उत्तर : सुभाष चन्द्र बोस

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9. कौन से दशक को औपनिवेशवाद समाप्त करने (डिकॉलोनिज़शन ) का युग कहते हैं ? [SSC CHSL 2015]
A ) 1980 के
B ) 1990 के
C ) 1950 के
D ) 1970 के
उत्तर : 1950 के

10. उस गणतंत्र का नाम बताइये जो छठी शताब्दी ईसा पूर्व जातियों का राजसंघ था। [SSC CHSL 2015]
A ) अवंती
B ) कौशल
C ) वज्जी
D ) गांधार
उत्तर : अवंती

रविवार, 30 अक्टूबर 2016

छोटी दिवाली नरक चतुर्दशी क्या,क्यों और कैसे मनाते है ?

क्या:- नरक चतुर्दशी का त्योहार हर साल कार्तिक कृष्ण चतुदर्शी को मनाया जाता है। यह दीपावली के एक दिन पहले मने जाती है , चतुर्दशी तिथि को छोटी दीपावाली के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन प्रातः काल स्नान करके यम तर्पण एवं शाम के समय दीप दान का बड़ा महत्व है .
क्यों :- कारण 1 


एक हिरण्यगभ नामक एक राजा थे | उन्होंने राज पाठ छोड़कर तप में अपना जीवन व्यतीत करने का निर्णय किया |उन्होंने कई वर्षो तक तपस्या की, लेकिन उनके शरीर पर कीड़े लग गए | उनका शरीर मानों सड़ गया | हिरण्यगभ को इस बात से बहुत दुःख तब उन्होंने नारद मुनि से अपनी व्यथा कही | तब नारद मुनि ने उनसे कहा कि आप योग साधना के दौरान शरीर की स्थिती सही नहीं रखते इसलिए ऐसा परिणाम सामने आया | तब हिरण्यगभ ने इसका निवारण पूछा | तब नारद मुनि ने उनसे कहा कि कार्तिक मास कृष्ण पक्ष चतुर्दशी के दिन शरीर पर लेप लगा कर सूर्योदय से पूर्व स्नान करे साथ ही रूप के देवता श्री कृष्ण की पूजा कर उनकी आरती करे, इससे आपको पुन : अपना सौन्दर्य प्राप्त होगा |
इन्होने वही किया अपने शरीर को स्वस्थ किया | इस प्रकार इस दिन को रूप चतुर्दशी (Roop Chaudas) भी कहते हैं |इसे छोटी दिवाली भी कहा जाता हैं :यह दिन दिवाली के एक दिन पहले मनाया जाता हैं | इसमें भी दीप दान किये जाते हैं | द्वार पर दीपक लगाये जाते हैं | उतनी ही धूमधाम के साथ खुशियों के साथ घर के सभी सदस्यों के साथ त्यौहार मनाया जाता हैं | इसी कारण इसे छोटी दीवाली कहते हैं |
क्यों :- कारण 2

पुराणों की कथा के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि को नरकासुर नाम के असुर का वध किया। नरकासुर ने 16 हजार कन्याओं को बंदी बना रखा था।
नरकासुर का वध करके श्री कृष्ण ने कन्याओं को बंधन मुक्त करवाया। इन कन्याओं ने श्री कृष्ण से कहा कि समाज उन्हें स्वीकार नहीं करेगा अतः आप ही कोई उपाय करें। समाज में इन कन्याओं को सम्मान दिलाने के लिए सत्यभामा के सहयोग से श्री कृष्ण ने इन सभी कन्याओं से विवाह कर लिया।
नरकासुर का वध और 16 हजार कन्याओं के बंधन मुक्त होने के उपलक्ष्य में नरक चतुर्दशी के दिन दीपदान की परंपरा शुरू हुई। एक अन्य मान्यता के अनुसार नरक चतुर्दशी के दिन सुबह स्नान करके यमराज की पूजा और संध्या के समय दीप दान करने से नर्क के यतनाओं और अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है। इस कारण भी नरक चतु्र्दशी के दिन दीनदान और पूजा का विधान है।
कैसे :-


नरक चतुर्दशी पूजन विधि (Narak chaturdashi puja vidhi)

दिवाली की सफाई और बीवी का धमाका

पत्नी दिवाली के लिए घर की सफाई कर रही थी
पति जैसे ही सोके उठा
पत्नी – कुम्भकर्ण की तरह सोते रहते हो
यहाँ आओ जल्दी से मुर्गा बनो
पति – ये क्या बदतमीजी है

कोई अपने पति से ऐसे बात करता है क्या
पत्नी – सॉरी जानू बदतमीजी नहीं कर रही
मुझे छत के जाले हटाने हैं
मेरा हाथ ऊपर नहीं पहुँच रहा :) :)
**************************************

Patni Diwali ke liye ghar ki safai kar rhi thi
pati jaise hi soke utha
Patni – Kumbhkarn ki tarah sote rhte ho
yaha aao jldi se murga ban jao
Pati – ye kya badtamiji hai
koi apne pati se aise bat karta hai kya
Patni – sorry janu badtamiji nahi kar rhi
mujh chat ke jale marne hai
mera hath upar nahi pahuch rha.. :) :)

शनिवार, 29 अक्टूबर 2016

Ancient India : प्राचीन भारत और वैदिक संस्कृत से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान प्रश्न ( GK Quiz )

● ‘आर्य’ शब्द का अर्थ क्या है— श्रेष्ठ या कुलीन 
● आर्यों की भाषा क्या थी— संस्कृत
● आर्यों का मुख्य व्यवसाय क्या था— पशुपालन एवं कृषि
● आर्यों ने सबसे पहले किस धातु की खोज की— लोहा 

● उत्तर वैदिक काल के वेद विरोधी व ब्राह्मण विरोधी धार्मिक अध्यापकों को क्या कहा जाता था— श्रमण 
● वैदिक गणित का महत्वपूर्ण अंग क्या है— शुल्व सूत्र 
● वेदों की संख्या कितनी है— 4 
● सबसे प्राचीन वेद कौन-सा है— ऋ​ग्वेद 
● किस वेद द्वारा वैदिक संस्कृति के बारे में ज्ञान होता है— ऋ​ग्वेद  द्वारा 
  1. Current Affairs : 2016 : में कौन क्या है ?
  2. 15 General knowledge questions for Exam ( सामान्य ज्ञान )
  3. जानिए दिवाली से जुड़ी कुछ रोचक बातें..

● भारत के राजचिन्ह में लिखा ‘सत्य-मेव-ज्यते’ किस उपनिषद से लिया गया है— मुंडक उपनिषद 
● भारतीय संगीत का आदि ग्रंथ किस वेद को कहा जाता है— सामवेद 
● प्रथम विधि निर्माता कौन है— मनु 
● ‘मनुस्मृति’ की रचना किसने की— मनु ने 
● कृष्ण भक्ति का प्रथम एवं प्रधान ग्रंथ कौन-सा है— श्रीमद्भागवत गीता 
● ऋ​ग्वेद में संपत्ति का मुख्य रूप क्या है— गो धन 
● किस मंडल में शुद्रों का उल्लेख ऋ​ग्वेद में पहली बार मिलता है— 10वें 

● पुराणों की संख्या कितनी है— 18 
● वैदिक धर्म का मुख्य लक्षण किसकी उपासना था— प्रकृति 
● किस देवता के लिए ऋ​ग्वेद में पुरंदर शब्द का प्रयोग हुआ है— इंद्र के लिए 
● ‘शुल्व सूत्र’ किस विषय से संबंधित है— ज्यामिति से 
● ‘असतो मा सद्गमय’ कहाँ से लिया गया है— ऋ​ग्वेद से 
● आर्य बाहर से आकार सर्वप्रथम कहाँ बसे थे— पंजाब में 
● ऋ​ग्वेद का कौन-सा मंडल पूर्णतः सोम को समर्पित है— नौवाँ मंडल 
● ‘दस राजाओं का प्रसिद्ध युद्ध’ दसराज युद्ध किस नदी पर हुआ था— परुणी नदी पर 
● धर्म शास्त्रों में भू-राजस्व की दर क्या है— 1/6 
● 800 ई. पू. में 600 ई. पू. का युग कौन-सा युग कहा जाता है— ब्राह्मण युग 

● प्रसिद्ध गायत्री मंत्र किस पुस्तक में है— ऋ​ग्वेद में 
● न्याय दर्शन को किसने प्रचारित किया था— गौतम ने 
● प्राचीन भारत में ‘निंक’ के नाम से किसे जाना जाता है— स्वर्ण आभूषणों को 
● योग दर्शन का प्रतिपादन किसने किया— पंतजलि 
● उपनिषद किस पर आधारित हैं— दर्शनपर 
● आरंभिक वैदिक सभ्यता में सबसे बड़ी नदी कौनसी थी— सिंधु नदी 
● कौन-सा वेद गद्य और पद्य दोनों में रचित है— यजुर्वेद 
● विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य कौन-सा है— महाभारत 
● महाभारत का दूसरा नाम क्या है— जयसंहिता 
● महाभारत के रचियता कौन हैं— देवव्यास 
● रामायण किसके द्वारा रचित है— वाल्मीकि 
● उपनिषद काल के राजा अश्वपति किस स्थान के शासक थे— केकैय 
● अध्यात्मक ज्ञान के संबंध में नचिकेता और यम का संवाद किस उपनिषद से प्राप्त होता है—कठोपनिषद् 

● वैदिक नदी ‘कुभा’ का स्थान कहाँ हैं— अफगानिस्तान में 
● कपिल मुनि द्वारा प्रतिपातिद की गई दार्शनिक प्रणाली कौन-सी है— सांख्य दर्शन 
● भारत के किस स्थल की खुदाई में लौहधातु के प्रचलन के प्रमाण मिले— अतरंजीखेड़ा 
● किस वेद का संकलन ऋ​ग्वेद पर आधारित है— सामवेद 
● कर्म का सिद्धांत किससे संबंधित है— मीमांसा से 
● ‘चरक संहिता’ किससे संबंधित है— चिकित्सा से 
● यज्ञ संबंधी विधि-विधानों का पता किस वेद से चलता है— यजुर्वेद से 

● वैदिक युग की सभा क्या कहलाती थी— मंत्री परिषद 
● कौन-सी दस्तकारी आर्यों के द्वारा व्यवहार में नहीं लाई गई थी— लुहारगिरी 
● किस देव में जादुई माया और वशीकरण का वर्णन किया गया है— अथर्ववेद 
● प्राचीन व्याकरण ग्रंथ ‘अष्टाध्यायी’ किसके द्वारा रचित है— पाणिनी 
● मनुस्मृति किससे संबंधित है— समाज व्यवस्था से

● गायत्री मंत्र की रचना किसने की— विश्वामित्र ने 
● अवेस्ता किस क्षेत्र से संबंधित है— ईरान से 
● आर्य भारत में कहाँ से आए— मध्य एशिया से 
● सैंधववासी मिठास के लिए किस वस्तु का प्रयोग करते थें— शहद का 
● सैंधव सभ्यता में कौन-सी प्रथा पचलित थी— पर्दाप्रथा व वेश्यावृत्ति 
● वैदिक काल की दो प्रसिद्ध विदुषी महिलाएं कौन थीं— अपाला व घोषा 
● ऋ​ग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द किस पशु के लिए प्रयोग किया गया है— गाय 

  1. समाजवादी फ्री स्मार्टफोन पंजीकरण : विश्व की सबसे बड़ी निःशुल्क स्मार्टफोन वितरण योजना, Free smartphone
  2. Current Affairs : 2016 : में कौन क्या है ?
  3. Basic Computer G.K. कॉम्प्यूटर सामान्य ज्ञान.
  4. Top Job Websites in India
  5. 15 General knowledge questions for Exam ( सामान्य ज्ञान )
  6. यूट्यूब से घर बैठे लाखों रुपए कैसे कमाएं ?

समाजवादी फ्री स्मार्टफोन पंजीकरण : विश्व की सबसे बड़ी निःशुल्क स्मार्टफोन वितरण योजना, Free smartphone

हाथ में स्मार्टफोन है, आपको मनचाहे समय पर मनचाही जानकारी मिलती रहेगीप्रदेश सरकार द्वारा आपको दिए जाने वाले स्मार्टफोन में प्रदेश सरकार की योजनाओ का ऐप (APP) पूर्व स्थापित होगा जिनकी जानकारी से आपकी दिन-प्रतिदिन की आवश्यकताए पूरी होंगी ।
स्मार्टफोन के पूर्व स्थापित ऐप (APP) से प्रदेश

सरकार की योजनाओ का लाभ आप तक सीधे पहुचेगा । प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ पाते समय बीच में किसी की कोई मध्यस्थता नहीं होगी, ना ही किसी को किसी प्रकार के शुल्क इत्यादि का नगद भुगतान करना होगा।
स्मार्टफोन के प्रयोग से किसी भी जाति अथवा धर्म के युवा अथवा वृद्ध, पुरुष अथवा स्त्री को प्रदेश सरकार की योजना का लाभ पाने का समान अवसर मिलेगा ।

स्मार्टफोन का प्रयोग कर लाभार्थियों को ज्ञान, विज्ञान, प्रदेश व देश के आर्थिक आंकड़ो, कृषि एवं पैदावार सम्बन्धी आंकड़ों, चिकित्सा एवं न्याय व्यवस्था आदि क्षेत्रों की बृहद जानकारी होगी । इसके साथ ही यह नागरिक सुरक्षा में भी उपयोगी होगा ।


समाजवादी स्मार्टफोन वितरण योजना की पात्रता का विवरण निम्नवत् है -




  • आवेदक/लाभार्थी उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए ।
  • आवेदक की आयु 1 जनवरी 2017 को 18 वर्ष या इससे अधिक होनी चाहिए ।
  • आवेदक की वार्षिक पारिवारिक आय 6 लाख रुपये से कम होनी चाहिए ।
  • आवेदक कम से कम हाईस्कूल या समकक्ष उत्तीर्ण होना चाहिए ।
  • आवेदक अथवा उसके अभिभावक श्रेणी - 1 अथवा श्रेणी - 2 के शासकीय अधिकारी न हों ।
  • निःशुल्क स्मार्टफोन को प्राप्त करने हेतु samajwadisp.in वेबसाइट पर आॅन लाइन पंजीकरण /आवेदन करना होगा ।
1. अपना पंजीकरण करें
पंजीकरण -फार्म में अपना विवरण भरें


पंजीकरण का लिंक पोस्ट के अंत में पाए !
  • "पंजीकरण करें" बटन को क्लिक करने पर आपके समक्ष एक फार्म खुलेगा
  • इस फार्म के विभिन्न रिक्त स्थानों पर आपको भरना होगा
    • अपना नाम
    • अपना पता के अन्तर्गत जनपद, ग्राम, ब्लाक आदि के विवरण (नोटः ध्यान रखें, निःशुल्क स्मार्टफोन केवल उत्तर प्रदेश के निवासियों को दिया जायेगा।)
    • अपनी आयु (नोटः आपकी आयु 1 जनवरी 2017 को 18 वर्ष या इससे अधिक होनी चाहिए।)
    • अपना लिंग अर्थात् पुरूष/महिला होना चुनें
    • आपकेे हाइस्कूल या समकक्ष परीक्षा का प्रमाण पत्र/ मार्कशीट संख्या, उत्तीर्ण होने का वर्ष, बोर्ड का नाम
  • स्वघोषित करें कि आपकी वार्षिक पारिवारिक आय 6 लाख रुपये से कम है |
  • स्वघोषित करें कि आप अथवा आपके अभिभावक श्रेणी - 1 अथवा श्रेणी - 2 के शासकीय अधिकारी नहीं है |

2. सत्यापन होगा
इस सिस्टम पर प्रस्तुत सूचनाओं का सत्यापन होगा
  • पंजीकरण फार्म का सत्यापन और पात्रता का मूल्याकंन ठोस मानकों पर किया जायेगा ।
  • पंजीकरण फार्म में आप द्वारा भरे गये विवरणों का कम्प्यूटर प्रणाली अर्थात् सिस्टम द्वारा सत्यापन किया जायेगा ।
  • पंजीकरण फार्म /आवेदन फार्म को मात्र भरा जाना ही निःशुल्क स्मार्टफोन पाने की एकमात्र पात्रता नहीं मानी जायेगी ।
  • आपके पंजीकरण फार्म के हार्ड कापी के प्रत्येक विवरण का सत्यापन सम्बन्धित शासकीय कार्यालय द्वारा भी किया जायेगा। (नोटः ध्यान रखें, जानबूझकर अथवा लापरवाही के कारण पंजीकरण फार्म में भरी हुयी सूचनाओं में त्रुटियों के पाये जाने पर आपका पंजीकरण निरस्त कर दिया जायेगा) ।
  • पंजीकरण निरस्त होने पर आप निःशुल्क स्मार्टफोन प्राप्त करने का अवसर खो देंगे ।

3. निःशुल्क स्मार्टफोन प्राप्त करें
अपना निःशुल्क स्मार्टफोन प्राप्त करें

  • समस्त प्रक्रियाएं पूर्ण होने के पश्चात् आपके दिए गए पते पर स्मार्टफोन की होम डिलीवरी की जाएगी ।